:: धांत के लिए उपचार ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
पेशाब के रास्ते टट्टी करते समय या पेसाब करते समय जो लेस निकलती है उसे धांत कहते है |
यह प्रोबल्म Young age लड़को में ही ज्यादातर देखी जाती है | लेकिन ७० साल तक के बजुर्गो को भी इस रोग से ग्रसत होते देखा गया है , जिसका उपचार मैंने अपने चिकित्सा काल में सफतापूर्वक किया है |
कारण - वीर्य का पतलापन , गर्मी , पेट में कीड़े आदि |
खट्टे पदार्थो का अधिकतर सेवन , फास्ट फूड , तली चीजें , तेज मिर्च गर्म मसाले , ज्यादा चाय कोफी का सेवन , कब्ज , ज्यादा हस्तमैथुन , दिन रात सैक्स के बारे में ही सोचते रहना आदि कारणों से वीर्य पतला होकर निकलने लगता है |
- परहेज - जिन कारण से होता है वो चीजों का ही परहेज करें |
- ईलाज - पुदीने का सेवन , धनिया का सेवन इस रोग में लाभकारी सिद्ध होता है |
आमला चूरन ताजे पानी से लें |
मुरब्बा भी लाभकारी है |
शीतलचीनी का चूरन ताजे पानी से लें |
प्रवाल युक्त गुलकन्द का सेवन लाभ देगा |
केला के साथ फिटकरी का सेवन भी इस रोग पर विजय प्राप्त कर लेता है |
धांतनाशक दवा आप मेरे कलीनिक से मंगवा कर भी प्रयोग कर सकते है | कीमत केवल ६०००/- मात्र |
इसके इलावा रेडीमेड चंद्रप्रभा वटी का सेवन भी कर सकते है |
बंग भस्म , कुक्कतांडत्वक भस्म , कामदोधा रस , प्रवाल पिष्टी , मोती पिष्टी , सूतशेखर रस , चंद्रप्रभा वटी , रसायन चूरन आदि शास्त्री योग लाभकारी है |
अनुभूत नुस्खा:-
आमलकी रसायन , मधुयष्ठी, सत गिलोय , प्रवाल पिष्टी, संगजराहत भस्म , रजत भस्म , मुक्ता भस्म , त्रिबंग भस्म , स्वर्णमाक्षिक भस्म मिलाकर सुबह-शाम मलाई से चाटकर ऊपर से दूध एक गिलास पीएं । लाभकारी नुस्खा है।