संभोग समस्याएं और समाधान
★संभोग शक्ति वर्धक दवा “अशवगंधादि चूर्ण”★
चूर्ण :- अशवगंधा की जड़ 100 ग्राम ,
विदारी कंद 100 ग्राम ,
मिश्री 200 ग्राम
विधि :- अशवगंधा की जड़ को उखाड़ कर सुखाकर कूट कर कपड़छान करलें ।
विदारी कंद पंसारी से लेकर कूट कर कपड़छान करलें ।
उसके बाद मिश्री पीसकर मिला कर हवाबंद शीशी में डालकर रख लें ।
लेने की विधि :- सुबह - शाम 10-10 ग्राम चूर्ण गाय के दूध के साथ लें ।
उपयोग :- जोडों के दर्द ,आमवात ,कमर दर्द ,शारीरिक कमजोरी ,दुबलापन,सैकस कमजोरी ,वीर्य का पतलापन ,धांत ,शीघ्रपतन ,सफेद प्रदर आदि में अति गुणकारी दवा है । आयुर्वेद में मेरी नजर में इससे ससता और कोई योग नही है । हर कोई इसे बिना किसी डर के खा सकता है । फिर भी अगर कोई रोग हो तो अपने डाँ से सलाह जरूर कर लें ।
इसे शेयर करें किसी के काम आएगा ।
★संभोग शक्ति वर्धक दवा “अशवगंधादि चूर्ण”★
चूर्ण :- अशवगंधा की जड़ 100 ग्राम ,
विदारी कंद 100 ग्राम ,
मिश्री 200 ग्राम
विधि :- अशवगंधा की जड़ को उखाड़ कर सुखाकर कूट कर कपड़छान करलें ।
विदारी कंद पंसारी से लेकर कूट कर कपड़छान करलें ।
उसके बाद मिश्री पीसकर मिला कर हवाबंद शीशी में डालकर रख लें ।
लेने की विधि :- सुबह - शाम 10-10 ग्राम चूर्ण गाय के दूध के साथ लें ।
उपयोग :- जोडों के दर्द ,आमवात ,कमर दर्द ,शारीरिक कमजोरी ,दुबलापन,सैकस कमजोरी ,वीर्य का पतलापन ,धांत ,शीघ्रपतन ,सफेद प्रदर आदि में अति गुणकारी दवा है । आयुर्वेद में मेरी नजर में इससे ससता और कोई योग नही है । हर कोई इसे बिना किसी डर के खा सकता है । फिर भी अगर कोई रोग हो तो अपने डाँ से सलाह जरूर कर लें ।
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